एम्स भोपाल में शोध

एम्स भोपाल में शोध

"यह अकेला विज्ञान है जो भूख और गरीबी की समस्याओं को हल कर सकता है, अंधविश्वास और अशिक्षा की, अंधविश्वास और मर्यादा प्रथा और परंपरा की, विशाल संसाधनों को बर्बाद करने की, या भूखे लोगों द्वारा बसाए गए समृद्ध देश ... जो वास्तव में बर्दाश्त कर सकता है। आज विज्ञान को नजरअंदाज करने के लिए? हर मोड़ पर हमें इसकी सहायता लेनी होगी ... भविष्य विज्ञान का है और विज्ञान से दोस्ती करने वालों का। " - पं जवाहरलाल नेहरू

अनुसंधान ज्ञान की खोज है और यह असीम है। यद्यपि हमारा संस्थान हाल ही में स्थापित हुआ है तथापि बेहतर स्वास्थ्य सेवा एवं शिक्षण की दिशा में अनुसंधान एम्स भोपाल का एक महत्त्वपूर्ण ध्येय (मिशन) है। एम्स भोपाल में हम मानव शरीर की जटिलताओं एवं बिमारियों को समझने और प्रकृति के साथ इनकी पारस्परिक क्रियाओं, बिमारियों के इलाज, जीवन स्तर में सुधार तथा शिक्षण क्षेत्र में वृद्धि के लिए शोध करतेे है। एम्स भोपाल में शोध कार्य प्रधान अन्वेषक (पीआई) के नेतृत्व में सीनियर रेजिडेंट, पोस्टडॉक्टरल फेलो एवं स्नातक तथा तकनीकी कर्मचारियों के सहायता से संकाय द्वारा एक समर्पित टीम वर्क किया जाता है। शोध कार्य मुख्य रूप से बाहरी एजेंसियों नामतः डीबीटी, एमपीसीएसटी, आईसीएमआर, डीएसटी एवं अन्य वित्तपोषित ऐजेंसियों से होता है। संस्थान का लक्ष्य है शोधकर्ताओं को शोध आरम्भ करने के लिए अल्प आन्तिरिक वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाना होता है।

शोध परियोजनाओं की समीक्षा संस्थान के संकाय सदस्यों को सम्मिलित कर गठित अनुसंधान समीक्षा बोर्ड द्वारा की जाती है। आवश्यकता के अनुसार अनुसंधान समीक्षा बोर्ड परियोजना को पुनरीक्षण हेतु संस्थागत ह्यूमन एथिक्स समिति (आईएचईसी), संस्थागत जैवसुरक्षा समिति (आईबीएससी) तथा संस्थागत एनीमल एथिक्स समिति (आईएईसी), को अग्रेषित करता है।

शोध विषय-वस्तुः हमारे शोध विषयों में व्यापक रूप से संक्रामक रोग, मातृ स्वास्थ्य एवं बाल पोषण, आणविक कैंसर शोध, वायरल पहचान एवं निदान, तंत्रिका विज्ञान एवं मनोचिकित्सा, गैर संक्रामक रोगों, अनुवांशिक प्रवृति, स्वास्थ्य सेवा सम्बन्धी नीतियां, विष विज्ञान, सर्जिकल इंटरवेंशन के लिए रणनीतियां तथा स्टीम सेेल बॉयोलॉजी सम्मिलित है। इनसे  संबंधित विचार सीमित नहीं होते हुए भी राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग पर आधारित होते है। मध्य प्रदेश राज्य में जहां मातृत्व मृत्यु दर को रोकने तथा उचित स्वास्थ्य सेवाओं में कम लागत पर काम किया जाना सम्मिलित है।

शोध के लिए सुविधाएंः हमारे शोध कार्य नवोन्नत उपकरणीय सुविधायुक्त है। इसके अन्तर्गत प्रशिक्षण तकनीकी स्टाफ द्वारा  विभिन्न विविधताओं के साथ तत्काल पीसीआर, फ्लो साइटोमेट्री, एचपीएलसी, बायोसैफटी कैबिनेट, उच्च स्तरीय सेंट्रीफ्यूज, ऐलिसा, केमिलुकिनिसेन्ट एनालाइजर सहित अत्याधुनिक उपकरणों की सुविधा प्राप्य है। जेनोमिक्स, प्रोटिओमिक्स, मेटाबॉलोमिक्स, मास स्पेक्ट्रोमेट्री, बायोइनफॉरमैटिक्स एवं एनएमअर सहित उच्च प्रवाह एवं उन्नत तकनीकी के लिए उपकरणों का कार्य प्रगति पर है।

स्नातक अनुसंधान: एम्स भोपाल में स्नातक छात्रों को अनुसंधान में एक विषय को चिह्नित करते हुए संस्थान के सलाहकार की मदद से उसका समाधान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। स्नातक अनुसंधान का उद्देश्य गहन सोच विकसित कर शैक्षणिक ज्ञान का विस्तार करना, अनुसंधान तकनीकियों की खोज करना, टीम भावना एवं समय प्रबंधन को समझना, केरियर क्षेत्र पहचान करना, संकाय सदस्यों के साथ सम्पर्क स्थापित करना तथा शोध सम्मेलन में प्रस्तुतियां प्रस्तुत करना है। स्नातक अनुसंधान आईसीएमआर द्वारा संस्थागत  वित्त और अल्पअवधि स्ट्यूडेंटशिप सहयोग प्रदान किया गया है। 2012 से एम्स भोपाल के 25 स्नातकों ने प्रतिष्ठित एसटीएस फेलोशिप प्राप्त की है और विभिन्न राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में मंच एवं पोस्टर प्रस्तुतियों में प्रशंसा हासिल की है।